सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा इस समय जारी है और इस बार बोर्ड ने विद्यार्थियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। सीबीएसई परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को अब परीक्षा केंद्र में पानी की बोतल और ज्योमेट्री बॉक्स ले जाने की अनुमति दी गई है। यह निर्णय विद्यार्थियों के आराम और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि उन्हें परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
यह बदलाव सीबीएसई के नए परीक्षा पैटर्न का हिस्सा है, जिसे विद्यार्थियों के फायदे को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है। यदि आप भी सीबीएसई परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं तो आपको इस फैसले के बारे में जरूर जानना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको इस निर्णय से जुड़ी सभी अहम जानकारियाँ देंगे।
पानी की बोतल और ज्योमेट्री बॉक्स ले जाने की अनुमति क्यों दी गई?
सीबीएसई बोर्ड ने अपने छात्रों को पानी की बोतल और ज्योमेट्री बॉक्स ले जाने की अनुमति दी है, ताकि उन्हें परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। विद्यार्थियों के लिए यह एक राहत की बात है, क्योंकि लंबे समय तक परीक्षा देने के दौरान पानी पीने की आवश्यकता होती है, और ज्योमेट्री बॉक्स की सामग्री (जैसे रूलर, पैटर्न शेट, पेंसिल, इरेज़र) विद्यार्थियों के लिए परीक्षा के दौरान जरूरी होती है।
इसके अलावा, यह कदम विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है, जिससे वे अधिक सुकून और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे सकें। बोर्ड ने इस फैसले के जरिए छात्रों को एक अच्छा वातावरण देने की कोशिश की है, ताकि वे बिना किसी तनाव के अपनी परीक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
क्या है परीक्षा का नया नियम?
सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परीक्षा के समय में भी बदलाव किए हैं। अब परीक्षा केंद्र में प्रवेश सुबह 9:30 बजे से लेकर 10 बजे तक होगा। परीक्षा केंद्र में छात्रों को 10 बजे के बाद प्रवेश नहीं मिलेगा, इसलिए विद्यार्थियों को समय से पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचने की सलाह दी जाती है।
परीक्षा का समय 10:30 बजे से लेकर 1:30 बजे तक होगा। इससे छात्रों को एक निर्धारित समय मिलता है, जिसमें वे बिना किसी घबराहट के अपनी परीक्षा को अच्छे से हल कर सकते हैं। यह बदलाव छात्रों के लिए तनावमुक्त वातावरण सुनिश्चित करता है।
क्या है सिटिंग अरेंजमेंट और निगरानी व्यवस्था?
सीबीएसई परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षा केंद्र में 24 विद्यार्थियों की सिटिंग की व्यवस्था की गई है। इससे विद्यार्थियों को अधिक जगह मिलती है और वे आराम से परीक्षा दे सकते हैं। इसके अलावा, प्रत्येक परीक्षा केंद्र में दो-दो शिक्षक की ड्यूटी रहेगी, जो परीक्षा केंद्र में छात्रों की निगरानी करेंगे। यह निगरानी व्यवस्था यह सुनिश्चित करेगी कि परीक्षा में कोई भी धोखाधड़ी न हो और छात्रों को निष्पक्ष तरीके से परीक्षा देने का अवसर मिले।
कौन से परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं?
सीबीएसई परीक्षा के लिए विभिन्न परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की गई है। इनमें प्रमुख केंद्र शामिल हैं:
- द नार्दर्न इंटरनेशनल स्कूल – बरवाला
- ऑक्सफोर्ड स्कूल – उकलाना
- गोल्डन पब्लिक स्कूल – उकलाना
- जवाहर नवोदय विद्यालय पाबड़ा
- कृष्ण प्रणामी स्कूल – हंसी
- एसएन पब्लिक स्कूल – हंसी
- विद्या देवी जिंदल स्कूल – शहर
- आर्मी पब्लिक स्कूल – शहर
- डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल – शहर
इन केंद्रों में कुल 20 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 10वीं कक्षा के 8,208 और 12वीं कक्षा के 7,154 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
एडमिट कार्ड और ड्रेस कोड
सभी छात्रों को एडमिट कार्ड के साथ परीक्षा केंद्र में उपस्थित होना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, स्कूल ड्रेस पहनना भी जरूरी होगा, ताकि परीक्षा केंद्र पर छात्रों की पहचान आसानी से हो सके। इन नियमों का पालन छात्रों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
अंतिम शब्द
सीबीएसई बोर्ड का यह नया फैसला विद्यार्थियों के लिए एक स्वागत योग्य कदम है। अब वे अपनी परीक्षा में पानी की बोतल और ज्योमेट्री बॉक्स ले जा सकते हैं, जिससे उन्हें परीक्षा के दौरान कोई समस्या नहीं होगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों में सिटिंग अरेंजमेंट और निगरानी व्यवस्था भी छात्रों के लिए सुरक्षित और आरामदायक माहौल बनाएगी।
अब छात्रों को समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंचने और सभी नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। इस बदलाव से विद्यार्थियों को परीक्षा देने में और अधिक आत्मविश्वास मिलेगा। सभी विद्यार्थियों को आगामी परीक्षा के लिए शुभकामनाएं!