राजस्थान सरकार ने महिलाओं के लिए खोला खजाना, 375 करोड़ रुपए ट्रांसफर, जाने किसे मिला लाभ!

राजस्थान सरकार ने महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए उनके बैंक खातों में कुल 375 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए हैं। यह राशि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तरफ से राजस्थान दिवस पर विभिन्न योजनाओं के तहत जारी की गई है। इन योजनाओं का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस राशि का ट्रांसफर एक क्लिक में हुआ और लाखों महिलाओं को इसका सीधा लाभ मिला।

राजस्थान सरकार द्वारा 11 योजनाओं का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री भजनलाल ने इस मौके पर 11 योजनाओं का शुभारंभ किया, जो महिला सशक्तिकरण और उनके सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए बनाई गई हैं। इन योजनाओं में स्वरोजगार को बढ़ावा देने और महिलाओं को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करने की विशेष योजना शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के बिना न तो राज्य और न ही देश का विकास संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से अपनी पहचान बना रही हैं। महिलाएं अब सेना से लेकर हवाई जहाज तक उड़ा रही हैं और उनके उत्थान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रतिबद्धता है।

मुख्यमंत्री भजनलाल ने जिन योजनाओं का शुभारंभ किया, उनमें सबसे प्रमुख लाडो प्रोत्साहन योजना है। इस योजना के तहत 30,000 बालिकाओं को 7.50 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है। इसके अलावा महिला समूहों के लिए 100 करोड़ रुपये की सीआईएफ राशि भी हस्तांतरित की गई है। इसके साथ ही 3,000 महिलाओं को इंडक्शन कुक टॉप का वितरण किया गया, ताकि उन्हें रसोई के काम में और आसानी हो।

कालीबाई भील योजना के तहत राजस्थान सरकार ने स्कूलों में पढ़ने वाली 5,000 छात्राओं को स्कूटी वितरित की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके आने-जाने की समस्या को हल करना है।

इसके अलावा, गार्गी पुरस्कार, बालिका प्रोत्साहन राशि और मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना के तहत 31,790 बालिकाओं के खातों में कुल 13.16 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। यह राशि बालिकाओं की शिक्षा और उनके विकास के लिए दी गई है।

विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना के तहत मेधावी छात्राओं को भी राशि स्वीकृत की गई, ताकि वे अपनी पढ़ाई में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें। साथ ही, एलपीजी सब्सिडी के तहत 1.10 करोड़ महिला प्रधान परिवारों को 200 करोड़ रुपये की राशि भी जारी की गई है।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बनाई लाइब्रेरी

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि राज्य के 36 कॉलेजों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लाइब्रेरी बनाई जाएगी, ताकि छात्राओं को उनकी तैयारी में कोई परेशानी न हो। बर्तन बैंक योजना के तहत 1,000 ग्राम पंचायतों को राशि जारी की गई है, जिससे महिलाओं को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बर्तन आसानी से मिल सकेंगे।

इस कदम से यह साफ है कि राजस्थान सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में गंभीर है और वह उनके विकास के लिए लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि महिलाएं अब समाज में अपनी अलग पहचान बना रही हैं और उनकी शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

राजस्थान सरकार का यह कदम महिलाओं के लिए एक नया अवसर साबित हो सकता है। लाखों महिलाओं के खातों में धनराशि ट्रांसफर होने से उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी संसाधन मिलेंगे। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में भी ऐसी योजनाओं के जरिए महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य जारी रहेगा।

इस कार्यक्रम ने राज्य की महिलाओं के बीच एक नई उम्मीद जगाई है और यह साबित कर दिया है कि सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। अब यह देखना होगा कि इन योजनाओं का कितना सकारात्मक प्रभाव महिलाओं की जिंदगी पर पड़ता है और वे इस सहायता का किस तरह से उपयोग करती हैं।

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